कबीर दास,
हिंदी साहित्य की प्रतिनिधि कवि कबीर दास भक्तिकाल के महान समाज सुधारक थे उन्होंने समाज में व्याप्त छुआ छूत धार्मिक आडंबरों, उच नीच एवम् बहू देव बाद का कड़ा विरोध करते हुए ,,आत्मवत सर्वभूतेषु,, के मूल्यों को स्थापित किया, कबीर की प्रतिभा में अभाध गति व तेज था उन्हें पहले समाज सुधारक बाद ने कवि कहा जाता है,
आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी ने कबीर को वाणी का डिक्टेटर कहा, कवि ने अपनी सपाट बयानी एवम् तटस्थता से समाज सुधार के लिए जो उपदेश दिया उनका संकलन उनके सिष्य धर्म धास ने किया,
संत काव्य परम्परा में उनका काव्य हिन्दी साहित्य की अमूल्य निधि है,
उनका कहना है। की जीवन में त्याग की महत्ता है मानव को हंस की तरह निर क्षीर विवेक की। तरह रहना चाहिए अभिमान त्याग ने में शार है साधु की पहचान उसकी जाति से नहीं उनके ज्ञान। से होती है सत्संगी सार्थक होती है दुराशा सर्पिणी के समान घातक होती है वाणी में कोयल सी मिठास होनी चाइए,
पोस्ट के बारे में,
जैसा कि दोस्तो आप के कहे अनुसार मेने फिर पोस्ट आप के सामने रख दी है और पोस्ट में आप के लिए हिंदी साहित्य के मार्ग दर्शक श्री कबीर दास जी की पूरी कहानी जानकारी एवम् पूरी कुंडली आप के सामने रखने वाला हूं
आप को आज की इस पोस्ट में बताया जायेगा कि,,
कबीर दास कौन है,
कबीर दास का जन्म कब हुआ,
कबीर दास की मृत्यु कब हुई,
कबीर दास की आर्थिक स्थिति,
कबीर दास जी की पढ़ाई लिखाई,
कबीर दास के ग्रंथ,
किस काल के है कबीर दास,
कबीर दास के गुरुजी,
कबीर दास जी शादी,
Keywords,
Kabir das koun hai,
Kabir das ka janm kab hua,
Kabir das ki biography,
Kabir das ki pustak konsi hai hai,
Kabir das kis kal ke kavi hai,
Born of Kabir das,
मेरे बारे में,
नमस्कार दोस्तो मेरा नाम सुनील कुमार और आप ज्वाइन है हमारी साइट के साथ दोस्तो में क्लास 12। का स्टूडेंट हूं और मेरी उम्र 18 साल है मुझे ब्लॉगिंग बेहद पसंद है इस लिए मै ये काम करता हूं,
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कबीर दास कौन है,
हिंदी साहित्य की ज्ञानाश्रेई साखा के प्रति निधि कवि कबीर दास है ये हिंदी साहित्य के महान ज्ञाता है, इन्होंने अपना कदम हिंदी के लिए रखा और हिन्दी के लिए उठा लिया,
कबीर दास का जन्म कब हुआ,
तो दोस्तो इनके जन्म की बात करे तो इनका जन्म कब हुआ तो इनका जन्म सन 1389 ई में उतर प्रदेश में हुआ,
कबीर दास की मृत्यु कब हुई,
अगर हम इनकी मत्यु की बात करे तो इनकी मौत सन 1518 ई में हुई ये लगभग 120 साल जिए थे,
कबीर दास की आर्थिक स्थिति,
जैसा कि दोस्तो मेने आप को बताया की इनकी मृत्यु ओर जन्म कब हुआ ओर अब बात करते है इनके घर की तो दोस्तो ये गरीब परिवार से थे,
कबीर दास की पढ़ाई लिखाई,
दोस्तो हम इनकी पढ़ाई लिखाई कि बात करे तो ये कोई ज्यादा नहीं पढ़ सके वो भी गरीबी की वजह से,
कबीर दास के ग्रंथ,
दोस्तो हम इनकी रचनाओं की बात करे तो इनके रचनाओं के संकलन को बीजक कहा, ओर इनकी रचनाओं का नाम , साखी,सबद व रमेनी,
आदि है,
किस काल के कवि है कबीर दास,
अगर दोस्तो हम बात करे की कवि कबीर दास किस काल से संबंध रखते है तो इनका संबंध भक्ति काल से है,
कबीर दास के गुरुजी,
गुरु का नाम – संत आचार्य रामानंद जी
कबीर दास जी की शादी,
विवाह – “लोई’
यह भी जाने,
आप के लिए,
अगर दोस्तो आप को मेरे लिखे गए पत्र में कोई त्रुटि है तो मुझे कमेंट में बताए में उसे अपडेट kardunga,
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ओर हा आप मुझे ये जरूर बता की अगली पोस्ट किस बारे में लिखी जाए,
धन्यवाद्,